चारोळीतून अक्षर ओळख
------------------------
देवाचा जप
मालाला खप
क पासून होतो
कप कप कप
--------------------------
अंगणात झाडू
डब्यात लाडू
ख पासून होतो
खडू खडू ण खडू
--------------------------
ससा गेला पळत
बाळ बसला रडत
ग पासून होतो
गवत गवत गवत
---------------------------
कडेवर बाळ
गळ्यात माळ
घ पासून होतो
घड्याळ घड्याळ घड्याळ
---------------------------
शिकायचं बरच
बोलायचं खरच
च पासून होतो
चम्मच चम्मच
---------------------------
कापायला कात्री
यात्रेत यात्री
छ पासून होतो
छत्री छत्री छत्री
---------------------------
रविवार आज
बसायला बाज
ज पासून होतो
जहाज जहाज
---------------------------
पावसाच्या धारा
अंगणात गारा
झ पासून होतो
झरा झरा
---------------------------
आई बाबांची बेटी
शंभर लाखाचा कोटी
ट पासून होतो
टपालपेटी टपालपेटी
---------------------------
पाण्यात मासा
ताटात डोसा
ठ पासून होतो
ठसा ठसा
---------------------------
आईच लेकरू
गाईच वासरू
ड पासून होतो
डमरू डमरू
---------------------------
सृष्ठी म्हणजे जग
अग्नी म्हणजे धग
ढ पासून होतो
ढग ढग
---------------------------
करू नका घाण
ठेवा थोडी भाण
ण पासून होतो
बाण बाण
---------------------------
नारी नाही अबला
म्हणा तिला सबला
त पासून होतो
तबला तबला
---------------------------
दुधापासून खवा
पोळी शेकायला तवा
थ पासून होतो थवा थवा
---------------------------
राणी सोबत राजा
लग्नात ब्यांड बाजा
द पासून होतो
दरवाजा दरवाजा
---------------------------
जीवन म्हणजे आयुष्य
उद्या म्हणजे भविष्य
ध पासून होतो
धनुष्य धनुष्य
---------------------------
बूड म्हणजे तळ
वेदना म्हणजे कळ
न पासून होतो
नळ नळ
---------------------------
पिचकारीत रंग
खेळतो का माझ्यासंग
प पासून होतो
पतंग पतंग
---------------------------
आई लावते लळा
कपाळवर टिळा
फ पासून होतो
फळा फळा
---------------------------
रंग लाल भडक
रस्ता म्हणजे सडक
ब पासून होतो
बदक बदक
---------------------------
सामान थोडे सावरा
जीभ थोडी आवरा
भ पासून होतो
भोवरा भोवरा
---------------------------
उपवासाला भगर
आई म्हणजे मदर
म पासून होतो
मगर मगर
---------------------------
संकट म्हणजे विघ्न
शिकला तो सुज्ञ
य पासून होतो
यज्ञ यज्ञ
---------------------------
नाकात नथ
रस्ता म्हणजे पथ
र पासून होतो
रथ रथ
---------------------------
अभ्यास केला असून
गाडीत गेला बसून
ल पासून होतो
लसूण लसूण
---------------------------
वस्तू आहे जड
किल्ला म्हणजे गड
व पासून होतो
वड वड
---------------------------
आलाय मृग
वाजवूया मृदुंग
श पासून होतो
शहामृग शहामृग
---------------------------
मेह्न्दीचा कोन
डोळे मला दोन
ष पासून होतो
षटकोन षटकोन
---------------------------
अभ्यासाची घाई
चल खेळू ताई
स पासून होतो
समई समई
---------------------------
चहाची पत्ती
पेटवा अगरबत्ती
ह पासून होतो
हत्ती हत्ती
---------------------------
मण्यांची माळ
वाजवूया टाळ
ळ पासून होतो
बाळ बाळ
---------------------------
कर्ण म्हणजे राधेय
कर्ण म्हणजे कुन्तेय
क्ष पासून होतो
क्षत्रीय क्षत्रीय
---------------------------
जीव आहे नश्वर
आई हाच ईश्वर
ज्ञ पासून होतो
ज्ञानेश्वर ज्ञानेश्वर
---------------------------
No comments:
Post a Comment